साल 2007 का मामला है। डिलीवरी के वक्त मां की मौत हो गई। (Coffin birth kya hai) फिर भी उस महिला की लाश ने बच्चे को जन्म दिया। इस तरह के मामले को ‘कॉफिन बर्थ’ कहते हैं। इस तरह से जन्में ज्यादातर बच्चे जिंदा नहीं रह पाते। मगर सोचने वाली बात यह है कि लाश खुद बच्चे को जन्म कैसे दे सकती है?
Coffin birth kise kahte hai = दरअसल, मौत के बाद शरीर में भारी तादाद में गैस बनती है। इस मामले में भी ऐसा हुआ। गैस की वजह से बच्चे का शरीर नीचे की ओर पुश होने लगा जिसकी वजह से उसकी डिलीवरी मुमकिन हो पाया। अक्सर लोग कहते हैं कि मौत के बाद नाखून बढ़ते हैं और वे डरावने दिखते हैं।
मगर असलियत में मौत के बाद शरीर के अंग गलने लगते हैं, शरीर भी सूखने लगता है। उंगलियों की त्वचा इतनी सूख जाती है कि नाखून खुद ब खुद बड़े दिखने लगते हैं। कई लाशों की तस्वीर में जीभ बाहर निकली दिखती है। (Coffin birth ke baare me puri jaankari hai) वहीं, कई बार तो आंखें भी नहीं दिखतीं। ऐसा सिर्फ फोटो में नहीं बल्कि असलियत में भी होता है। दरअसल, मरने के बाद शरीर की आंत में गैस बनने लगती है। वहीं, अंग भी सड़ने लगते हैं। सूजन की वजह से जीभ बाहर निकल जाती है।
मौत के बाद भी लाश से आवाजें आती हैं। दरअसल, मौत के बाद शरीर में मौजूद बैक्टेरिया गैस बनाते हैं। इस गैस की वजह से शरीर के वोकल मसल पर जोर पड़ता है। खिंचाव की वजह से शरीर से आवाजें आती हैं।